भारत वर्ष के समस्त दूल्हे राजाओं के चरणों में हमारा सादर प्रणाम... आज की हमारी ये पोस्ट आप सभी को सादर समर्पित है! हम आपके आभारी हैं कि आप विवाह कर रहे हैं.. और इसी महान कार्य को अंजाम देने के कारण आपको आज ये राजा की पदवी प्राप्त हुई है! इस लोकतंत्र के जमाने में केवल आप ही सच्चे राजा बच गए हैं...भले ही एक दिन के लिए सही मगर एक दिन के राजा तो आप ही हैं महाराज! हम सब आपकी प्रजा.. अब देखिये न आप कैसी शान से घोड़े पर सवार होकर सारे कसबे की ख़ाक छाना करते हैं! आपको आधे किलोमीटर की दूरी चार घंटे में तय करने में महारत हासिल है! कभी कभी आप प्रसन्नता के मारे रथ पर भी सवार हो जाया करते हैं तब आपकी छटा देखते ही बनती है! उस वक्त हम सब आपके आगे कीड़े मकोडों की भाँती कुलबुलाया करते हैं! आपकी शान से निकलती बरात जब पूरी सड़क पर छा जाती है तो हम सब राह देखा करते हैं कि आपकी सवारी आगे खिसके तो हम भी थोडा रेंग लें! यूं रेंग रेंग कर आपकी कृपा से हम भी अपनी मंजिल तक पहुँच ही जाते हैं! आपकी ये निकृष्ट प्रजा सड़क जाम होने पर यूं ही आपको कोसा करती है! ये नहीं जानती आप हम पर कितना बड़ा एहसान कर रहे हैं...शादी कर रहे हैं! इस एहसान के बदले हम कितने भी कष्ट झेल सकते हैं महाराज... ये गधे बच्चे आपके डी.जे. के शोर से नाहक ही परेशान होते हैं! ये मूरख नहीं जानते इनकी परीक्षाएं तो हर साल आएँगी..पर आपका विवाह बार बार थोड़े ही होगा! अगर आपकी खातिर एक साल लुढक भी गए तो कौन सी आफत टूट पड़ेगी! आप चिंता न करें.. रात भर हमारे कान फोड़ते रहिये , हम चूं तक नहीं करेंगे!
अहा.. क्या गज़ब ढाते हैं आप घोड़े पर सवार होकर! आपका वो निरपेक्ष सा, सुख दुख के परे दार्शनिक सा चेहरा हम देखते नहीं अघाते! आपके सामने आपके मित्रगण नाच नाचकर आपकी निरपेक्षता को भंग करने की कोशिश करते हैं... मगर मजाल है आपके तकुए से मुंह पर मुस्कान आ जाए! आपका एक मित्र स्थायी रूप से नागिन बन कर सड़कों पर लोटता है... एक मित्र पतंग की डोर खींचते नहीं अघाता! एक मित्र पांव पटक पटक कर सड़क को बेदम कर देता है.... दूसरा मदिरा के नशे में इस कदर नृत्य करता है कि कई बार लगता है जैसे उसके पैंट में बिच्छू घुस गए हों! मगर मजाल है कि राजा साब के चेहरे की मनहूसियत भंग हो जाए! आपके चाचा जी ने तो नृत्य की वो मुद्रा बनायीं कि लाईट का गमला पकडे चल रही बालिका के पैर पर दचक गए...बालिका दर्द के मारे बिलबिलाई मगर मजाल है आपके चहरे पर एक शिकन भी आई हो! आप वाकई धन्य हैं! आप अपने साथ अपने एक कृपापात्र बच्चे को भी घोड़े पर बैठाते हैं.. मगर न जाने क्या बात है कि आपके सानिध्य प्राप्त होते ही बच्चा भी मनहूसियत ओढ़ लेता है! आप , बच्चा और घोडा तीनों दैवीय नज़र आते हैं!
आपने भी इस दिन के लिए न जाने कितने कष्ट उठाये हैं! जिंदगी भर आपके पिता आपको लतियाते रहे...माता गालियों से आपको नवाजती रही! आप स्कूटर पर टेढ़े बैठकर लड़कियों को लाइन मारते रहे और जूते खाते रहे! मास्टरों ने पानी पी पीकर आपको कोसा! बड़े कष्ट सहने के बाद आपके जीवन ये सौभाग्य शाली दिन आया है जब सबको आप पर फक्र है! आखिर आप विवाह कर रहे हैं! आगे चलकर आप हमारे देश को आबादी के मामले में दूसरे नंबर से पहले नंबर पर पहुंचाने में अपना योगदान देंगे! आप वीर हैं...बल्कि वीरों के वीर हैं! आपकी खातिर हम जितने कष्ट सहें , कम हैं! आप बेफिक्र होकर हमारी छाती पर मूंग डालिए महाराज... हम उफ़ तक नहीं करेंगे!
अहा.. क्या गज़ब ढाते हैं आप घोड़े पर सवार होकर! आपका वो निरपेक्ष सा, सुख दुख के परे दार्शनिक सा चेहरा हम देखते नहीं अघाते! आपके सामने आपके मित्रगण नाच नाचकर आपकी निरपेक्षता को भंग करने की कोशिश करते हैं... मगर मजाल है आपके तकुए से मुंह पर मुस्कान आ जाए! आपका एक मित्र स्थायी रूप से नागिन बन कर सड़कों पर लोटता है... एक मित्र पतंग की डोर खींचते नहीं अघाता! एक मित्र पांव पटक पटक कर सड़क को बेदम कर देता है.... दूसरा मदिरा के नशे में इस कदर नृत्य करता है कि कई बार लगता है जैसे उसके पैंट में बिच्छू घुस गए हों! मगर मजाल है कि राजा साब के चेहरे की मनहूसियत भंग हो जाए! आपके चाचा जी ने तो नृत्य की वो मुद्रा बनायीं कि लाईट का गमला पकडे चल रही बालिका के पैर पर दचक गए...बालिका दर्द के मारे बिलबिलाई मगर मजाल है आपके चहरे पर एक शिकन भी आई हो! आप वाकई धन्य हैं! आप अपने साथ अपने एक कृपापात्र बच्चे को भी घोड़े पर बैठाते हैं.. मगर न जाने क्या बात है कि आपके सानिध्य प्राप्त होते ही बच्चा भी मनहूसियत ओढ़ लेता है! आप , बच्चा और घोडा तीनों दैवीय नज़र आते हैं!
आपने भी इस दिन के लिए न जाने कितने कष्ट उठाये हैं! जिंदगी भर आपके पिता आपको लतियाते रहे...माता गालियों से आपको नवाजती रही! आप स्कूटर पर टेढ़े बैठकर लड़कियों को लाइन मारते रहे और जूते खाते रहे! मास्टरों ने पानी पी पीकर आपको कोसा! बड़े कष्ट सहने के बाद आपके जीवन ये सौभाग्य शाली दिन आया है जब सबको आप पर फक्र है! आखिर आप विवाह कर रहे हैं! आगे चलकर आप हमारे देश को आबादी के मामले में दूसरे नंबर से पहले नंबर पर पहुंचाने में अपना योगदान देंगे! आप वीर हैं...बल्कि वीरों के वीर हैं! आपकी खातिर हम जितने कष्ट सहें , कम हैं! आप बेफिक्र होकर हमारी छाती पर मूंग डालिए महाराज... हम उफ़ तक नहीं करेंगे!